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चांदी की मछली से होगा विष योग का उपाय SILVER FISH REMEDY
विष योग व्यक्ति की मानसिकता को बहुत ज्यादा कमजोर कर देता है| ऐसा व्यक्ति दूसरों के सामने अपने आप को घटिया या निकृष्ट समझता है| उसमें मन में एक हीन भावना घर कर जाती है| मन सदैव बुझा-बुझा सा रहता है| किसी भी चीज में ऐसे व्यक्ति को खुशी की प्राप्ति नहीं होती है| मन में एक अकारण डर और भय बना रहता है| उसको नींद से संबंधित परेशानियां या फिर डिप्रेशन जैसी बीमारियों का शिकार भी होना पड़ता है|
कहीं आपकी कुंडली में भी तो नहीं है विष योग?
ज्योतिष में विष योग को एक बहुत ही बुरा योग माना गया है| जब भी कुंडली में चंद्र और शनि इकट्ठे होते हैं- एक ही भाग में बैठते हैं या दृष्टि संबंध बना रहे होते हैं तो कुंडली में विष योग का निर्माण होता है| शनि और चंद्रमा के मिलने पर केतु नीच हो जाता है| नीच केतु व्यक्ति को तरह-तरह की बीमारियां देता है| जैसे के जोड़ों का दर्द, हड्डियों की दिक्कत, मूत्र संबंधित रोग, त्वचा संबंधित रोग, फोड़े फुंसियां होना, त्वचा में कहीं इंफेक्शन वगैरह होना आदि|
क्या करें उपाय ?
आप चांदी से बनी हुई छोटी-छोटी मछलियां ले| मछली शनि की कारक वस्तु है और चांदी चंद्रमा की प्रतीक है| इन मछलियों को आप काजल से काला कर दें| फिर इन मछलियों को सोमवार या शनिवार को जल प्रवाह कर दें |
कितनी हो मछलियों की संख्या ?
मछलियों की संख्या कुंडली में युति वाले घर पर निर्भर करेगी | मान लीजिए शनि और चंद्रमा का योग कुंडली के चौथे घर में हो रहा है तो आप चार मछलियां लेंगे| अगर यह योग आठवें घर में हो रहा है तो आप 8 मछलियां लेंगे| ऐसे ही अलग-अलग घरों के अनुसार मछलियों की संख्या बदल जाएगी| यह उपाय आप साल में एक बार जरूर करें| अगर हो सके तो आप यह उपाय हर महीने भी कर सकते हैं| अगर आपके घर के पास जल प्रवाह की सुविधा नहीं है तो आप यह मछलियां धर्म स्थान में भी रख सकते हैं|